Monday, October 31, 2011

औरतों की चौपाल

आज औरतों की चौपाल लगी है
और उसमे सब के सब इक्कट्ठा हैं
इस बात पर विचार के लिए के लिए
के
इक अदालत लगाई जाये
जिरह की जाये
और कुछ फैसले लाये जाएँ
सबकी सहमती से
आज अदालत बैठ गयी है
इक पसरे सन्नाटे के बीच
और
आज के अदालत में इल्जाम पुरोहितों पर लगा है
तलब हैं वो अपने पुलिंदे के साथ
उनकी जिरह के लिए
जितने खड़े थे
इक इक कर सब खिसक गए
इस भय में के
कि कहें दुनिया उलट गयी तो
पर औरतें मुस्तैद थीं एक एक जिरह पर पैनी निगाह के साथ
जिरह अभी जारी है
............................................अलका

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